Sunday, September 13, 2009

पितृ श्राद्ध

पुराणों के अनुसार सोने , चांदी और ताम्बे के पात्र पित्तरों के पात्र कहे जाते है। श्राद्ध में चांदी की चर्चा और दर्शन भी पुण्यदायक है। चांदी का समीप होना, दर्शन अथवा दान राक्षसों का विनाश करनेवाला, यशोदायक तथा पित्तरों को तारने वाला होता है।

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