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Sunday, September 13, 2009
पित्तर तर्पण
जो अपनी तर्जनी अंगुली में चांदी की अंगूठी धारण करके पित्तरों को तर्पण करता है, वह तर्पण लाख गुना अधिक फल देने वाला होता है। यदि वह अनामिका अंगुली में सोने की अंगूठी पहन कर तर्पण करें तो वह करोड़ गुना अधिक फल देने वाला होता है।
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पितृ श्राद्ध, पूजा
पित्तरों के लिए चांदी के पात्र से श्रद्धापूर्वक जल मात्र भी दिया जाय तो वह अक्षय तृप्ति कारक होता है।
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पितृ श्राद्ध
पुराणों के अनुसार सोने , चांदी और ताम्बे के पात्र पित्तरों के पात्र कहे जाते है। श्राद्ध में चांदी की चर्चा और दर्शन भी पुण्यदायक है। चांदी का समीप होना, दर्शन अथवा दान राक्षसों का विनाश करनेवाला, यशोदायक तथा पित्तरों को तारने वाला होता है।
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क्या करें क्या न करें ?
पद्मा पुराण के अनुसार श्राद्ध द्वारा प्रसन्न हुए पितृ गण मनुष्यों को पुत्र, धन, विद्या, आयु, आरोग्य, लौकिक सुख, मोक्ष तथा स्वर्ग आदि प्रदान करते है।
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